श्री कुसाई देवी यात्रा-बिलाशी: सतपुड़ा की शक्ति और गाँव का विश्वास-2-🔱 🏹 ⛰️👸

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 09:50:11 PM

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Atul Kaviraje

श्री कुसाई देवी यात्रा-बिलाशी, तालुका-शिराळा-

यह तिथि (2 अक्टूबर 2025) विजयादशमी (दशहरा) का महापर्व है, जो देवी कुसाई के शारदीय नवरात्रोत्सव का समापन और उनकी यात्रा का प्रमुख दिवस है। कुसाई देवी, इस क्षेत्र की अत्यंत जागृत ग्रामदेवता हैं।

श्री कुसाई देवी यात्रा-बिलाशी: सतपुड़ा की शक्ति और गाँव का विश्वास-

तिथि: 02 अक्टूबर, 2025 (गुरुवार) - विजयादशमी

🔱 🏹 ⛰️ 'कुसाई मातेचा उदो उदो!' 🚩 ✨

6. गाँव का दान-धर्म और सहयोग (Village Charity and Cooperation) 🤝
सामुदायिक भोज: यात्रा के अवसर पर गाँव के सभी लोग मिलकर महाप्रसाद (सामुदायिक भोजन) का आयोजन करते हैं।

उदाहरण: इस उत्सव के लिए गाँव के सभी लोग जाति-धर्म से ऊपर उठकर एक साथ कार्य करते हैं, जो सामाजिक समरसता का बेहतरीन उदाहरण है।

इमोजी: हाथ मिलाना 🤝 और थाली 🍽�।

7. बिलाशी और नागपंचमी का संबंध (Bhilashi and Nagpanchami Connection) 🐍
निकटता: बिलाशी गाँव शिराळा के करीब है, जो अपनी विश्व-प्रसिद्ध नागपंचमी के लिए जाना जाता है।

देवी का आशीर्वाद: यह माना जाता है कि नागों को पकड़ने और उनके प्रदर्शन की सफलता के पीछे कुसाई देवी का आशीर्वाद होता है, जो प्रकृति और शक्ति का समन्वय है।

इमोजी: साँप 🐍 और ताला 🔒 (सुरक्षा का प्रतीक)।

8. 'सकाळचा गोंधळ' की अनूठी प्रथा (The Unique Practice of 'Sakalcha Gondhal') 🎤
गोंधळ: देवी के स्तुति गीत जो रातभर चलते हैं। कुसाई देवी की यात्रा में सकाळचा गोंधळ (सुबह का गोंधळ) विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, जिसमें देवी के चमत्कार और कथाएँ गायी जाती हैं।

वाद्य: इसे 'संभाल' और 'तुणतुणा' जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुत किया जाता है।

प्रतीक: माइक्रोफोन 🎤 और पारंपरिक वाद्य यंत्र 🎶।

9. नवस (मन्नत) पूरा होने की प्रथा (The Tradition of Fulfilling Vows) ✨
नवस: बिलाशी की कुसाई देवी को नवसाला पावणारी (मन्नतें पूरी करने वाली) देवी माना जाता है।

पूर्ति: भक्त मनोकामना पूरी होने पर देवी को साड़ियाँ, आभूषण, या पशु बलि (सांकेतिक या वास्तविक, स्थानीय परंपरा के अनुसार) चढ़ाते हैं।

इमोजी: उपहार 🎁 और चमत्कार ✨।

10. भक्ति, शौर्य और ग्रामीण संस्कृति का संरक्षण (Preservation of Devotion, Valor, and Rural Culture) 🧡
संरक्षण: यह यात्रा शिराळा क्षेत्र की प्राचीन ग्रामीण संस्कृति, लोक परंपराओं और भाषा को अगली पीढ़ी तक पहुँचाने का माध्यम है।

सन्देश: कुसाई देवी की यात्रा आस्था की शक्ति और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का संदेश देती है।

इमोजी: हृदय 🧡 और धार्मिक ग्रंथ 📜।

इमोजी सारांश (Emoji Summary) - श्री कुसाई देवी यात्रा
👸 🔱 🚩 🏞� 🥁 🐍 🙏 🤝 ✨ 🧡

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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