श्री सिद्धनाथ यात्रा-नागझरी: शिव-अवतार का गौरवपूर्ण दर्शन-2-🕉️ 🐍 🚩🔱 🐍 🚩 🏛

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 09:51:38 PM

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Atul Kaviraje

श्री सिद्धनाथ यात्रा-नागझरी, तालुका-कोरेगाव-

यह तिथि (2 अक्टूबर 2025) विजयादशमी (दशहरा) का महापर्व है, जो श्री सिद्धनाथ के शारदीय नवरात्रोत्सव (जो महाराष्ट्र में कई शिव मंदिरों में भी मनाया जाता है) का समापन और उनकी यात्रा (रथोत्सव/पालखी) का प्रमुख दिवस है। सिद्धनाथ भगवान को भगवान शिव का अवतार माना जाता है।

श्री सिद्धनाथ यात्रा-नागझरी: शिव-अवतार का गौरवपूर्ण दर्शन-

तिथि: 02 अक्टूबर, 2025 (गुरुवार) - विजयादशमी

🕉� 🐍 🚩 'श्री सिद्धनाथ महाराज की जय!' 🐂 ✨

6. गोंधळ और जागरण की प्रथा (The Custom of Gondhal and Jagran) 🎶
भक्ति कला: यात्रा की रात में जागरण (पूरी रात भजन-कीर्तन) और गोंधळ (देवी-देवताओं के गुणगान की महाराष्ट्र की लोककला) का आयोजन होता है।

भक्तिभाव: इन आयोजनों से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो जाता है और भक्तों की श्रद्धा को एक नया आयाम मिलता है।

इमोजी: संगीत नोट 🎶 और टिमटिमाते तारे ✨।

7. सिद्धनाथ और स्थानीय आस्था (Siddhanath and Local Belief) 🙏
अटूट विश्वास: सिद्धनाथ महाराज को जागृत देवस्थान माना जाता है। भक्त मानते हैं कि सच्चे मन से मांगी गई हर मनोकामना यहाँ पूरी होती है।

नवस (मन्नत): मनोकामना पूरी होने पर भक्त मंदिर में नवस (मन्नत) के रूप में भेंट चढ़ाते हैं, जैसे कि चाँदी या सोने के छत्र, या छोटे-छोटे नंदी।

इमोजी: चमत्कार ✨ और हाथ जोड़ना 🙏।

8. पालखी का स्वरूप और मिरवणूक (Form of Palkhi and the Procession) 💫
सजावट: सिद्धनाथ की पालखी को फूलों, रंगीन कपड़ों और बिजली की लड़ियों से भव्य रूप से सजाया जाता है।

रथोत्सव: कुछ स्थानों पर पालखी के स्थान पर रथोत्सव भी मनाया जाता है, जहाँ देवता को एक सजे हुए रथ पर बिठाकर गाँव का भ्रमण कराया जाता है।

प्रतीक: पालखी 🛕 (प्रतीकात्मक) और सजावट 🌸।

9. ग्रामीण अर्थव्यवस्था और मेला (Rural Economy and Fair) 🎡
मेला: यात्रा के दौरान मंदिर के आस-पास एक बड़ा मेला (जत्रा) लगता है, जिसमें खिलौनों, मिठाइयों और स्थानीय हस्तकलाओं की दुकानें लगती हैं।

आकर्षण: यह मेला न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और व्यावसायिक गतिविधियों का केंद्र बन जाता है।

इमोजी: मेला 🎡 और भीड़ 🧑�🤝�🧑।

10. भक्ति, शांति और शिवत्व का संदेश (Message of Devotion, Peace, and Shivattva) 🧘
संदेश: नागझरी की सिद्धनाथ यात्रा भगवान शिव के वैराग्य और शक्ति के समन्वय को दर्शाती है। यह भक्तों को शांति, सच्चाई और करुणा के मार्ग पर चलने का संदेश देती है।

अनुभव: यहाँ का शांत और पवित्र वातावरण भक्तों को आत्मिक सुख और मनःशांति प्रदान करता है।

इमोजी: योग मुद्रा 🧘 और शांति का प्रतीक 🕊�।

इमोजी सारांश (Emoji Summary) - श्री सिद्धनाथ यात्रा
🔱 🐍 🚩 🏛� 🐂 🎶 🙏 🎡 💫 🧘

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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