श्री तुळजाभवानी यात्रा-काटीमोड: शक्तिपीठ की आस्था और विजयादशमी का शौर्य-2-🗡️ 🐅

Started by Atul Kaviraje, October 05, 2025, 10:18:59 AM

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Atul Kaviraje

तुळजाभवानी यात्रा-काटीमोड-बेलवंडी बुद्रुक-२, तालुका-श्रीगोंदा, जिल्हा-नगर-

यह तिथि (2 अक्टूबर 2025) विजयादशमी (दशहरा) का महापर्व है, जो महाराष्ट्र की कुलस्वामिनी तुळजाभवानी के शारदीय नवरात्रोत्सव का समापन और उनकी यात्रा (सिमोल्लंघन/पालखी) का प्रमुख दिवस है। यह मंदिर संभवतः तुळजापूर (जिला धाराशिव) की देवी का प्रतीकात्मक स्थान या उपासन क्षेत्र है।

श्री तुळजाभवानी यात्रा-काटीमोड: शक्तिपीठ की आस्था और विजयादशमी का शौर्य-

तिथि: 02 अक्टूबर, 2025 (गुरुवार) - विजयादशमी

भवानी 🗡� 🐅 🚩 'तुळजाभवानी मातेचा उदो उदो!' 🙏 ✨

6. मराठा संस्कृति और भवानी (Maratha Culture and Bhavani) 👑
प्रेरणा: तुळजाभवानी माता मराठा शक्ति और स्वराज्य की प्रेरणास्रोत हैं। इस यात्रा में भी मराठा शौर्य और परंपराओं की झलक दिखाई देती है।

शस्त्र पूजा: दशहरे के दिन यहाँ शस्त्र पूजा (तलवार, कृपाण आदि की पूजा) का भी महत्व होता है, जो देवी के शौर्य रूप को समर्पित है।

इमोजी: मुकुट 👑 और ढाल 🛡�।

7. गोंधळ और जागरण (Gondhal and Jagran) 🎤
लोककला: नवरात्र की रातों में और विजयादशमी की पूर्व संध्या पर गोंधळ (देवी की स्तुति में महाराष्ट्र की एक वीर और ओजस्वी लोककला) का आयोजन होता है।

भक्ति प्रदर्शन: यह कला रूप भक्तों की असीम भक्ति और देवी के गुणगान को व्यक्त करता है।

इमोजी: माइक्रोफोन 🎤 और नृत्य 💃।

8. नवस और मनोकामना पूर्ति (Navas and Fulfillment of Vows) ✨
नवसाला पावणारी: स्थानीय भक्त तुळजाभवानी को नवसाला पावणारी (मन्नतें पूरी करने वाली) देवी मानते हैं।

उदाहरण: मनोकामना पूरी होने पर, भक्त देवी को सोने या चाँदी के आभूषण, साड़ियाँ, या ओटी भरना (साड़ी, नारियल, खारीक आदि से देवी का आँचल भरना) जैसे कार्य करते हैं।

इमोजी: उपहार 🎁 और चमत्कार ✨।

9. सामुदायिक सहयोग और जत्रा (Community Cooperation and Fair) 🤝
सामूहिक भोज: यात्रा के अवसर पर गाँव के लोग मिलकर महाप्रसाद (सामुदायिक भोजन) का आयोजन करते हैं, जो सामाजिक सद्भाव को बढ़ाता है।

जत्रा: मंदिर के आसपास जत्रा (मेला) लगता है, जहाँ स्थानीय कृषि उत्पाद और कारीगरों की वस्तुएँ बेची जाती हैं।

इमोजी: हाथ मिलाना 🤝 और मेला 🎡।

10. भक्ति, शक्ति और संस्कृति का समन्वय (Synthesis of Devotion, Power, and Culture) 🧡
मूल्य: यह यात्रा धार्मिक आस्था, मराठा शौर्य और ग्रामीण संस्कृति के संरक्षण का प्रतीक है।

संदेश: तुळजाभवानी माता की यह यात्रा भक्तों को निर्भयता और सत्य पर अडिग रहने का संदेश देती है।

इमोजी: हृदय 🧡 और शांति 🕊�।

इमोजी सारांश (Emoji Summary) - श्री तुळजाभवानी यात्रा
👸 🗡� 🚩 🥁 👑 ✨ 🤝 🏘� 💛

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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