अहिंसा दिन: महात्मा गांधी का शस्त्र और विश्व शांति का मार्ग-1-🕊️ 🌍 🤝

Started by Atul Kaviraje, October 05, 2025, 10:22:56 AM

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Atul Kaviraje

अहिंसा दिन-

अहिंसा दिन: महात्मा गांधी का शस्त्र और विश्व शांति का मार्ग-

तिथि: 02 अक्टूबर, 2025 (गुरुवार) - अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस

🕊� 🌍 🤝 'अहिंसा परमो धर्मः' 🙏 ✨

02 अक्टूबर का दिन केवल भारत के लिए ही नहीं, बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए शांति और सद्भाव का संदेश लेकर आता है। इस दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म हुआ था, जिन्होंने अहिंसा को सिर्फ एक सिद्धांत नहीं, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम का सबसे बड़ा शस्त्र बनाया। संयुक्त राष्ट्र संघ ने उनके जन्मदिन को 'अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस' (International Day of Non-Violence) घोषित किया है। यह दिवस हमें याद दिलाता है कि प्रेम, करुणा और शांति की शक्ति किसी भी शारीरिक हिंसा या अन्याय से कहीं अधिक बलशाली होती है।

लेख के 10 प्रमुख बिंदु (उदाहरण, प्रतीक और इमोजी सहित)

1. अहिंसा: गांधीजी का मूलमंत्र (Ahimsa: Gandhiji's Core Principle) 🕊�
अर्थ: गांधीजी के लिए अहिंसा का अर्थ केवल किसी को शारीरिक कष्ट न पहुँचाना नहीं था, बल्कि विचार, वचन और कर्म से किसी के प्रति बुरा भाव न रखना भी था।

सत्य से जुड़ाव: उन्होंने अहिंसा को सत्य के साथ जोड़ते हुए कहा, "सत्य मेरा लक्ष्य है और अहिंसा मेरा साधन।"

इमोजी: शांति का प्रतीक 🕊� और दिल ❤️।

2. अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मान्यता (Recognition as International Day) 🌍
संयुक्त राष्ट्र का सम्मान: संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 15 जून 2007 को 02 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में स्थापित किया।

वैश्विक प्रभाव: यह घोषणा गांधीजी के विश्व शांति और मानव अधिकारों के प्रति समर्पण को वैश्विक स्तर पर श्रद्धांजलि देती है।

इमोजी: विश्व 🌍 और यूएन 🌐।

3. असहयोग और सविनय अवज्ञा (Non-Cooperation and Civil Disobedience) ✊
उदाहरण: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में नमक सत्याग्रह (दांडी मार्च) और असहयोग आंदोलन अहिंसा के सबसे बड़े उदाहरण हैं।

शक्ति: इन आंदोलनों ने दिखाया कि बिना शस्त्र उठाए भी सत्ता को झुकाया जा सकता है।

इमोजी: हाथ ऊपर उठाना ✊ (विरोध) और चलने वाला व्यक्ति 🚶।

4. मानसिक और वाचिक अहिंसा (Mental and Verbal Non-Violence) 💬
सूक्ष्म रूप: अहिंसा का सबसे कठिन रूप मानसिक और वाचिक है। कटु वचन बोलना, अपमान करना या द्वेष रखना भी हिंसा है।

शुद्धि: हमें अपने विचारों और शब्दों को भी सकारात्मक और सौम्य रखना चाहिए।

इमोजी: शांत मुख 🤫 और बुरा-भला कहने वाला मुख 😡 (परहेज का प्रतीक)।

5. अन्याय के प्रति विरोध (Resistance to Injustice) ⚖️
गांधीजी की परिभाषा: गांधीजी की अहिंसा कायरता नहीं थी। उनका मानना था कि कायरता से बेहतर हिंसा है, लेकिन हिंसा से बेहतर अहिंसा है।

नैतिक बल: अहिंसा अन्याय या शोषण के खिलाफ नैतिक बल के साथ खड़ा होने की प्रेरणा देती है।

इमोजी: तराजू ⚖️ और मज़बूत बाज़ू 💪।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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