देव वेताळस्वामी आगमन - प्रियोळ, गोवा-'देव वेताळ का आगमन'-

Started by Atul Kaviraje, October 05, 2025, 10:24:08 PM

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Atul Kaviraje

देव वेताळस्वामी आगमन-प्रियोळ-गोवा-

देव वेताळस्वामी आगमन - प्रियोळ, गोवा-

हिंदी कविता: 'देव वेताळ का आगमन'-

थीम: वेताळ देव की महिमा, प्रियोळ की जात्रा और लोक आस्था का भाव।

1. प्रथम चरण: आगमन की बेला
आज प्रियोळ में शुभ घड़ी आई,
वेताळ देव का हो आगमन।
भक्ति की धुंध है चारों ओर छाई,
जागृत हुआ हर श्रद्धावान मन।

हिंदी अर्थ: आज प्रियोळ में शुभ समय आया है, वेताळ देव का आगमन हो रहा है। भक्ति का माहौल चारों तरफ छा गया है, और हर श्रद्धा से भरा मन जागृत हो गया है।

2. द्वितीय चरण: रक्षक देवता
कोंकण के तुम रक्षक महान,
ग्राम-सीमा के हो तुम देव।
भक्तों को देते अभय का दान,
दूर करो हर शोक का संताप।

हिंदी अर्थ: आप कोंकण क्षेत्र के महान रक्षक हैं, गाँव की सीमाओं के देवता हैं। आप भक्तों को निर्भयता का दान देते हैं, और हर दुख-तकलीफ को दूर करते हैं।

3. तृतीय चरण: न्याय की मूरत
न्याय की तुम मूरत कहे जाओ,
धर्म की रक्षा का है प्रण।
दुष्टों को तुम मार्ग दिखाओ,
जीवन हो सबका सुखद क्षण।

हिंदी अर्थ: आप न्याय की मूर्ति कहे जाते हैं, और धर्म की रक्षा करने का आपका प्रण है। आप बुरे लोगों को सही मार्ग दिखाते हैं, जिससे सबका जीवन सुखद हो।

4. चतुर्थ चरण: जात्रा का उत्साह
ढोल 🥁 और ताशे जोर से बजें,
पालकी लेकर भक्त हैं नाचें।
श्रद्धा की धारा मन में सजे,
नियम और संयम आज हैं काँचें।

हिंदी अर्थ: ढोल और ताशे जोर-जोर से बज रहे हैं, भक्त पालकी लेकर नाच रहे हैं। मन में श्रद्धा की धारा सज गई है, और आज नियम तथा संयम कच्चे धागे के समान पवित्र हैं (अर्थात् उनका पालन किया जा रहा है)।

5. पंचम चरण: आशीर्वाद की वर्षा
होती है आशीर्वाद की वर्षा,
देव का दर्शन है सौभाग्य।
मिटे मन की हर दुविधा और तृषा,
जीवन हो जाए भक्ति का राग।

हिंदी अर्थ: देवता के आशीर्वाद की वर्षा हो रही है, उनका दर्शन करना सौभाग्य की बात है। मन की हर दुविधा और प्यास मिट जाए, और जीवन भक्ति के संगीत जैसा हो जाए।

6. षष्ठम चरण: लोक संस्कृति
गड्यांची जत्रा का हो आयोजन,
लोक-कला का सुंदर प्रसार।
संस्कृति का हो पुनर्जीवन,
कोंकण भूमि का हो उद्धार।

हिंदी अर्थ: 'गड्यांची जत्रा' का आयोजन होता है, जिसमें लोक-कला का सुंदर फैलाव होता है। संस्कृति का पुनर्जीवन हो, और कोंकण भूमि का कल्याण हो।

7. सप्तम चरण: शक्ति का आह्वान
हे वेताळ स्वामी, शक्ति जगाओ,
मंगल हो प्रियोळ का हर द्वार।
प्रेम और शांति का दीप जलाओ,
जय-जय देव वेताळ सरकार। 🙏🏻

हिंदी अर्थ: हे वेताळ स्वामी, अपनी शक्ति को जागृत कीजिए, प्रियोळ के हर घर में कल्याण हो। प्रेम और शांति का दीपक जलाइए, देव वेताळ सरकार की जय-जयकार हो।

--अतुल परब
--दिनांक-04.10.2025-शनिवार.
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