🤪 राष्ट्रीय फंकी दिवस (National Get Funky Day) 🕺-

Started by Atul Kaviraje, October 06, 2025, 02:14:16 PM

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Atul Kaviraje

National Get Funky Day-राष्ट्रीय फंकी दिवस-मस्ती-मज़ाकिया-

🤪 राष्ट्रीय फंकी दिवस (National Get Funky Day) 🕺-

🎶 हिंदी कविता - राष्ट्रीय फंकी दिवस 🎶-

1. प्रथम चरण (चरण 1)
आज पाँच अक्टूबर आया, मन ने एक राग सुनाया।
'फंकी दिवस' है आज भाई, अपनी चाल ज़रा बहकाया।।
निकलो अपने बोरिंग खोल से, तोड़ दो सब कायदे।
जो मन चाहे, बस वो कर लो, पाओ सच्चे फ़ायदे।।

हिंदी अर्थ: आज 05 अक्टूबर आया है और मन ने एक नया संगीत सुनाया है। आज 'फंकी दिवस' है, इसलिए अपनी चाल को थोड़ा बिगाड़ो (मस्ती करो)। अपने उबाऊ खोल से बाहर निकलो और सारे नियम तोड़ दो। जो मन चाहता है, बस वही कर लो, यही सच्चे फ़ायदे हैं।

2. द्वितीय चरण (चरण 2)
वो चमकीले कपड़े लाओ, जो बरसों से रखे हैं।
अजीबोगरीब टोपी पहनो, सब रंग जो फीके हैं।।
काँधे उचकाओ और झूमो, कोई भी नाचे जैसे।
आज ज़माना नहीं देखेगा, तुम दिखते हो कैसे।।

हिंदी अर्थ: वे चमकीले कपड़े निकालो, जो कई सालों से रखे हुए हैं। अजीबोगरीब टोपी पहनो, और वे सारे रंग पहनो जो फीके पड़ गए थे। अपने कंधे उचकाओ और झूमो, कोई भी व्यक्ति जैसे नाचता है वैसे नाचो। आज दुनिया यह नहीं देखेगी कि तुम कैसे दिखते हो।

3. तृतीय चरण (चरण 3)
वो पुराना फंक संगीत, ज़रा ऊँचा कर दो वॉल्यूम।
ज़ोर-ज़ोर से गाना गाओ, हटा दो मन का इल्यूज़न।।
अपने बॉस को भी चुटकुला, हँसकर आज सुनाओ।
काम को थोड़ा हल्का करके, सबको आज गुदगुदाओ।।

हिंदी अर्थ: उस पुराने फंक संगीत का वॉल्यूम थोड़ा ऊँचा कर दो। ज़ोर-ज़ोर से गाना गाओ और मन के भ्रम को हटा दो। आज अपने बॉस को भी कोई मज़ाकिया चुटकुला हँसकर सुनाओ। काम को थोड़ा हल्का करके, आज सबको हँसाओ।

4. चतुर्थ चरण (चरण 4)
आँखों में रंगीन चश्मा, और पैरों में ना हो ताल।
बेतुकी सी बातें करके, कर दो गाल को लाल।।
अजनबियों को 'फंक-ग्रीटिंग', एक अनोखा हाई-फ़ाइव दो।
डर को त्यागो, शरम भूलो, दिल से मस्ती को जीव दो।।

हिंदी अर्थ: आँखों में रंगीन चश्मा लगाओ, भले ही पैरों में नाच की ताल न हो। बेतुकी बातें करके (हँसी से) गालों को लाल कर दो। अजनबियों को 'फंक-ग्रीटिंग' के साथ एक अनोखा हाई-फ़ाइव दो। डर को छोड़ो, शर्म को भूलो, और दिल से मस्ती को जीवन दो।

5. पंचम चरण (चरण 5)
अपनी डेस्क को आज सजाओ, खिलौने उल्टे-सीधे।
टेढ़ी-मेढ़ी ड्राइंग बनाओ, जो न किसीने दी दे।।
गुब्बारे फूलो दफ्तर में, एक पार्टी छोटी हो।
फंकी बनो, खुशियाँ बाँटो, हर उदासी खोटी हो।।

हिंदी अर्थ: आज अपनी डेस्क को अजीब खिलौनों से सजाओ। टेढ़ी-मेढ़ी ड्राइंग बनाओ, जो पहले किसी ने न बनाई हो। दफ्तर में गुब्बारे फूलो और एक छोटी सी पार्टी करो। फंकी बनो, खुशियाँ बाँटो, ताकि हर उदासी दूर हो जाए।

6. षष्ठम चरण (चरण 6)
जो तुम हो, बस वही रहो, ये दिवस हमें सिखलाता।
दुनिया चाहे कुछ भी बोले, दिल से ख़ुशी को गाता।।
अपनी ख़ामी को भी चमकाओ, बना दो अपनी शान।
क्यूँकि सबसे हटकर रहना, है असली पहचान।।

हिंदी अर्थ: तुम जैसे हो, बस वैसे ही रहो, यह दिवस हमें यह सिखाता है। दुनिया चाहे कुछ भी कहे, दिल को खुशी से गाना चाहिए। अपनी कमियों को भी चमकाओ और उसे अपना गौरव बनाओ। क्योंकि सबसे अलग रहना ही असली पहचान है।

7. सप्तम चरण (चरण 7)
फंकी बनो, मगर हमेशा, सबके साथ रहो प्यारे।
हँसने-हँसाने का वादा, हर पल दिल से निभा रे।।
जीवन एक उत्सव है, इसे खुलके मनाना है।
हर 5 अक्टूबर को नहीं, रोज़ 'फंक' फैलाना है।।

हिंदी अर्थ: फंकी बनो, लेकिन हमेशा सबके साथ प्यार से रहो। हँसने और हँसाने का वादा, हर पल दिल से निभाओ। जीवन एक उत्सव है, इसे खुलकर मनाना चाहिए। यह केवल हर 05 अक्टूबर को नहीं, बल्कि रोज़ 'फंक' (मस्ती) फैलानी चाहिए।

--अतुल परब
--दिनांक-05.10.2025-रविवार.
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