🍲 कुपोषण: भारत में एक गंभीर चुनौती 👶-

Started by Atul Kaviraje, October 06, 2025, 02:15:58 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

कुपोषण: भारत में एक गंभीर चुनौती-

🍲 कुपोषण: भारत में एक गंभीर चुनौती 👶-

😔 हिंदी कविता - कुपोषण: भारत में एक चुनौती 🇮🇳-

1. प्रथम चरण (चरण 1)
भूख का नहीं, पोषण का यह, गहरा है संग्राम।
कुपोषण की छाया ने रोका, हर बालक का काम।।
कम ऊँचाई, वज़न भी कम, शरीर है दुर्बल दिखता।
भारत माँ की कोख में, क्यों यह रोग है रिसता?

हिंदी अर्थ: यह भूख का नहीं, बल्कि पोषण का एक गहरा युद्ध है। कुपोषण की काली छाया ने हर बच्चे के विकास को रोक दिया है। बच्चों की ऊँचाई कम है, वज़न भी कम है, और शरीर कमज़ोर दिखता है। भारत माता की गोद में यह रोग क्यों फैल रहा है?

2. द्वितीय चरण (चरण 2)
पेट तो भरा, पर विटामिन, खनिज नहीं मिले।
छिपी हुई इस भूख से, फूल खिलने से पहले ही हिले।।
आयरन की कमी से रक्त, हो जाता है कमज़ोर।
अज्ञानता की डोर है थामे, जीवन की हर भोर।।

हिंदी अर्थ: पेट तो भर गया, पर विटामिन और खनिज नहीं मिल पाए। इस छिपी हुई भूख के कारण फूल (बच्चे) खिलने से पहले ही कमज़ोर हो जाते हैं। आयरन की कमी से रक्त कमज़ोर हो जाता है। अज्ञानता जीवन की हर सुबह को थामे हुए है (विकास रोक रही है)।

3. तृतीय चरण (चरण 3)
गंदगी, गरीबी की जड़ें, इसने गहरी हैं जमाईं।
संक्रमण की लहर है आती, पोषक तत्व हैं गँवाई।।
माँ जो ख़ुद ही कुपोषित है, कैसे स्वस्थ शिशु पालेगी?
ज्ञान और धन के अभाव में, कैसे यह पीढ़ी संभलेगी?

हिंदी अर्थ: गंदगी और गरीबी की जड़ें कुपोषण ने गहरी जमा ली हैं। बार-बार संक्रमण आता है, जिससे शरीर पोषक तत्व खो देता है। जो माँ खुद कुपोषित है, वह स्वस्थ बच्चे को कैसे जन्म देगी और पालेगी? ज्ञान और पैसे की कमी में यह नई पीढ़ी कैसे विकसित होगी?

4. चतुर्थ चरण (चरण 4)
पोषण अभियान की मशाल, घर-घर तक पहुँचेगी।
आईसीडीएस की सेवाएँ, हर बच्चे को सँभालेगी।।
खाद्य फ़ोर्टिफिकेशन होगा, चावल और दाल में जान।
दूध, फल, सब्ज़ियाँ हों थाली में, तभी बनेगा ये काम महान।।

हिंदी अर्थ: पोषण अभियान की जागरूकता हर घर तक पहुँचेगी। एकीकृत बाल विकास सेवाएँ (ICDS) हर बच्चे का ध्यान रखेंगी। चावल और दाल में कृत्रिम रूप से पोषक तत्व (फोर्टिफिकेशन) मिलाए जाएँगे। थाली में दूध, फल और सब्ज़ियाँ हों, तभी यह बड़ा काम सफल होगा।

5. पंचम चरण (चरण 5)
स्वच्छता का संकल्प हो, जल हो शुद्ध और साफ।
बीमारी पर लगे ताला, मिले सबको माफ़।।
स्तनपान ही पहला टीका, छह माह तक हो अनिवार्य।
सही समय पर पूरक आहार, बने हर माँ का कार्य।।

हिंदी अर्थ: स्वच्छता का संकल्प लिया जाए, और पानी शुद्ध और साफ हो। बीमारी पर ताला लग जाए, और सबको राहत मिले। स्तनपान ही पहला टीका है, जो छह महीने तक अनिवार्य होना चाहिए। सही समय पर पूरक आहार शुरू करना, हर माँ का कर्तव्य बने।

6. षष्ठम चरण (चरण 6)
सहयोग हो हर क्षेत्र का, कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा।
कुपोषण से लड़ना है, ये बने सबकी दीक्षा।।
महिलाएँ हों सशक्त, तो पोषण का ज्ञान बढ़ेगा।
डेटा की निगरानी से, हर प्रयास आगे बढ़ेगा।।

हिंदी अर्थ: कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे हर क्षेत्र का सहयोग होना चाहिए। कुपोषण से लड़ना, यह सबकी प्रतिज्ञा बननी चाहिए। महिलाएँ जब सशक्त होंगी, तो पोषण का ज्ञान बढ़ेगा। आँकड़ों की निगरानी से हर प्रयास को सफलता मिलेगी।

7. सप्तम चरण (चरण 7)
चुनौती है यह बड़ी, पर इरादे हैं हमारे मज़बूत।
स्वस्थ शिशु, स्वस्थ माँ हो, हो भविष्य खूब सूरत।।
कुपोषण को हराएँगे, राष्ट्र को स्वस्थ बनाएँगे।
तभी हम विश्व पटल पर, असली चमक पाएँगे।।

हिंदी अर्थ: यह चुनौती बड़ी है, लेकिन हमारे इरादे मज़बूत हैं। शिशु स्वस्थ हों, माँ स्वस्थ हों, और भविष्य बहुत सुंदर हो। हम कुपोषण को हराएँगे और राष्ट्र को स्वस्थ बनाएँगे। तभी हम विश्व स्तर पर अपनी असली पहचान और चमक हासिल कर पाएँगे।

--अतुल परब
--दिनांक-05.10.2025-रविवार.
===========================================