अग्रायण नवIन्न प्राशन - प्रकृति का प्रसाद और कृतज्ञता का संस्कार 🌾🙏-

Started by Atul Kaviraje, October 10, 2025, 04:52:35 PM

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Atul Kaviraje

अग्रायण नवIन्न प्राशन-

अग्रायण नवIन्न प्राशन - प्रकृति का प्रसाद और कृतज्ञता का संस्कार 🌾🙏-

हिंदी कविता: नवIन्न की बहार -

1. पहला चरण
आश्विन या कार्तिक की वेला आई, धरती ने फिर फसल उगाई। नवIन्न प्राशन का अवसर है आज, नए अन्न पर प्रभु का है राज।
हिंदी अर्थ: शरद ऋतु (आश्विन या कार्तिक) का समय आया है, जब धरती ने फिर से फसल उगाई है। आज नवIन्न प्राशन का शुभ अवसर है, जहाँ हम मानते हैं कि नए अनाज पर प्रभु का ही शासन और कृपा है।
प्रतीक: 🌾, 📅, 🙏

2. दूसरा चरण
पकी बालियाँ झुकी प्रेम से, किसान मनाए पर्व भव्यता से। श्रम सफल हुआ, संतोष भरा, नवIन्न आया, खुशहाल धरा।
हिंदी अर्थ: पकी हुई धान की बालियाँ प्रेम से झुक गई हैं, और किसान इस त्योहार को भव्यता से मनाता है। उसका परिश्रम सफल हुआ है, मन संतोष से भरा है, क्योंकि नया अनाज आ गया है और धरती खुशहाल है।
प्रतीक: 🧑�🌾, 😊, 🍚

3. तीसरा चरण
देवी अन्नपूर्णा का ध्यान धरें, अग्नि में घी, अन्न अर्पण करें। हविष्य बने, सुगंध छा जाए, मंत्रोच्चार से मन हर्षाए।
हिंदी अर्थ: हम भोजन की देवी, माँ अन्नपूर्णा का ध्यान करते हैं। हवन की अग्नि में घी और नया अनाज अर्पित करते हैं। पवित्र भोजन (हविष्य) बनता है, जिसकी सुगंध चारों ओर फैल जाती है, और मंत्रों के जाप से मन आनंदित हो जाता है।
प्रतीक: 🪷, 🔥, ✨

4. चौथा चरण
पितरों को जल, कौवों को दाना, पाँच भूतों को दें पहला खाना। शुद्ध हो जाए अन्न का कण-कण, तभी हो सफल अपना जीवन।
हिंदी अर्थ: हम पूर्वजों को जल और कौवों (पक्षियों) को भोजन देते हैं। इस प्रकार पंचभूतों (प्रकृति) को नए अन्न का पहला भाग अर्पित करते हैं। जब अनाज का हर दाना शुद्ध हो जाता है, तभी हमारा जीवन सफल होता है।
प्रतीक: 🕯�, 🐦, 💧

5. पाँचवाँ चरण
प्रेम भाव से भोजन सब खाएँ, मित्रों-संबंधियों को घर बुलाएँ। मिठाई, पिठे, खीर पकवान, खुशियों से भरा आज का खान-पान।
हिंदी अर्थ: सभी लोग प्रेम और भक्ति के भाव से भोजन करते हैं। मित्रों और रिश्तेदारों को घर पर आमंत्रित किया जाता है। मिठाई, चावल के पकवान (पिठे) और खीर आदि बनते हैं, जिससे आज का भोजन खुशियों से भरा है।
प्रतीक: 🤝, 😋, 🎉

6. छठा चरण
नवIन्न दान करें निर्धनों को, सुख-समृद्धि मिले सब जनों को। लोकलज्जा तज, नाचें और गाएँ, संस्कृति का यह उत्सव मनाएँ।
हिंदी अर्थ: हम गरीब लोगों को नया अनाज दान करते हैं, ताकि सभी लोगों को सुख और समृद्धि मिले। लोक-लाज छोड़कर, सब मिलकर नाचते और गाते हैं, और अपनी इस महान संस्कृति का उत्सव मनाते हैं।
प्रतीक: 🎁, 💃, 🎶

7. सातवाँ चरण
धरती माता का आशीर्वाद हो, अन्न-जल का कभी न विषाद हो। हर वर्ष मिले यह नवIन्न का भोग, कट जाए सबके जीवन का रोग।
हिंदी अर्थ: हमारी प्रार्थना है कि धरती माता का आशीर्वाद हम पर बना रहे। अनाज और पानी की कमी का दुख कभी न हो। हर साल हमें यह नए अनाज का भोग मिलता रहे, और सभी के जीवन से दुख और कष्ट दूर हो जाएँ।
प्रतीक: 🌍, 🌧�, 🕊�

--अतुल परब
--दिनांक-07.10.2025-मंगळवार.
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