भारतीय वायुसेना दिवस: 'नभः स्पृशं दीप्तम्' -💪⚔️🇮🇳🚀

Started by Atul Kaviraje, October 10, 2025, 05:25:34 PM

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Atul Kaviraje

भारतीय वायुसेना दिवस-विशेष स्वारस्य-नागरी, भारतीय सुट्ट्या, सैन्य-

भारतीय वायुसेना दिवस: 'नभः स्पृशं दीप्तम्' - गौरव, शौर्य और आत्मनिर्भरता का 93वाँ वर्ष-

हिंदी कविता: 'गगन के योद्धा' 🇮🇳
चरण 1: आज गगन का, हुआ है श्रृंगार
आज गगन का, हुआ है श्रृंगार, वायुसेना दिवस, लाया खुशियों की बहार।
08 अक्टूबर को, गौरव का यह पर्व, 93वाँ वर्ष है, देश को है गर्व।
नीला अंबर उनकी, कर्मभूमि महान,
'नभः स्पृशं दीप्तम्' उनका, है सच्चा ज्ञान।

अर्थ: आज आकाश सज गया है, क्योंकि वायुसेना दिवस खुशियाँ लेकर आया है। 08 अक्टूबर को यह गौरव का पर्व है, यह 93वाँ वर्ष है जिस पर देश को गर्व है। नीला आकाश ही उनकी महान कर्मभूमि है, और 'गौरव के साथ आकाश को छूना' ही उनका सच्चा आदर्श है। (प्रतीक: 💙✈️)

चरण 2: फौलादी हैं उनके, हौसले तमाम
फौलादी हैं उनके, हौसले तमाम, देश की खातिर करते, अपना हर काम।
चीरते हैं वो बादल, डरते नहीं हवा से,
दुश्मन का दिल काँपे, उनकी हर अदा से।
राफेल की दहाड़, भरती है हुंकार,
हर ज़मीं और आसमाँ पर, भारत का अधिकार।

अर्थ: वायुसेना के जवानों के हौसले पूरी तरह से मजबूत हैं, वे देश के लिए ही अपना हर कार्य करते हैं। वे बादलों को चीरते हुए जाते हैं, और हवा से भी नहीं डरते हैं। उनकी हर कार्रवाई से दुश्मन का दिल काँप उठता है। राफेल लड़ाकू विमान की गर्जना से ही हुंकार भरती है, और हर ज़मीन और आसमान पर भारत का ही अधिकार है। (प्रतीक: 💪⚔️)

चरण 3: कारगिल की चोटी, या बालाकोट की रात
कारगिल की चोटी, या बालाकोट की रात, हर मुश्किल में पाया, वीरों का साथ।
ऑपरेशन विजय, या कोई भी चुनौती,
वायुसेना ने दी है, हर शत्रु को करारी चोट ही।
ये शूरवीर हमारे, देश की हैं ढाल,
करते हैं सुरक्षा, हर समय हर काल।

अर्थ: चाहे कारगिल की चोटी पर लड़ाई हो, या बालाकोट एयरस्ट्राइक की रात, हर मुश्किल घड़ी में हमें इन वीरों का साथ मिला है। ऑपरेशन विजय हो या कोई भी चुनौती, वायुसेना ने हमेशा दुश्मन को करारी हार दी है। ये शूरवीर हमारे देश की रक्षा करते हैं, हर समय हमारी ढाल बने रहते हैं। (प्रतीक: 🏔�💣)

चरण 4: केवल युद्ध नहीं, है उनका काम
केवल युद्ध नहीं, है उनका काम, मानवता की सेवा भी, है उनका पैगाम।
बाढ़, भूस्खलन, या कहीं भी तबाही,
हेलीकॉप्टर से करते, बचाव की गवाही।
हर नागरिक को देते, जीवन का आधार,
आपदा में बनकर आते, वो सच्चा सहारा।

अर्थ: वायुसेना का काम केवल युद्ध करना नहीं है, मानवता की सेवा करना भी उनका संदेश है। बाढ़, ज़मीन खिसकने या कहीं भी कोई बड़ी तबाही आने पर, वे हेलीकॉप्टर से बचाव कार्य करते हैं। वे हर नागरिक को जीवन का सहारा देते हैं, आपदा में वे सच्चे सहायक बनकर आते हैं। (प्रतीक: 🚁🤝)

चरण 5: स्वदेशी शक्ति का, करते हैं गुणगान
स्वदेशी शक्ति का, करते हैं गुणगान, तेजस और प्रचंड से, बढ़ती है शान।
'आत्मनिर्भर भारत' का, लिया है संकल्प,
तकनीक और शौर्य का, नहीं है कोई विकल्प।
आने वाले कल के, योद्धा हैं ये जवान,
AI और ड्रोन से, देंगे नई पहचान।

अर्थ: वे स्वदेशी शक्ति की प्रशंसा करते हैं, तेजस और प्रचंड जैसे स्वदेशी विमानों से देश की शान बढ़ती है। उन्होंने 'आत्मनिर्भर भारत' का संकल्प लिया है। तकनीक और शौर्य का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। ये जवान आने वाले कल के योद्धा हैं, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ड्रोन के उपयोग से अपनी नई पहचान बनाएंगे। (प्रतीक: 🇮🇳🚀)

चरण 6: सलामी दो उन वीर, सपूतों के नाम
सलामी दो उन वीर, सपूतों के नाम, जिन्होंने वतन पर किया, खुद को कुर्बान।
तिरंगे में लिपटे, लौटे जो अमर होके,
उनकी कुर्बानी को, याद रखे लोक।
ये बलिदान का पथ है, ये तपस्या महान,
उनके शौर्य से ही, बचा है हिन्दुस्तान।

अर्थ: उन वीर सपूतों को नमन करो, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया। जो तिरंगे में लिपटे हुए शहीद हुए, उनकी कुर्बानी को लोग हमेशा याद रखेंगे। यह बलिदान का रास्ता है, यह एक महान तपस्या है, उनके शौर्य की वजह से ही हिन्दुस्तान बचा हुआ है। (प्रतीक: 🫡🇮🇳)

चरण 7: गौरव के साथ, गगन को छूना
गौरव के साथ, गगन को छूना, है इनका प्रण।
सुरक्षित है देश, जब तक हैं ये निपुण।
जय हिंद की ध्वनि से, गुँजता सारा देश,
वायुसेना के वीर, रहते हैं हमेशा अवेश।
जय जवान, जय हिंद, जय भारतीय वायुसेना।

अर्थ: गौरव के साथ आकाश को छूना, यही इनका संकल्प है। जब तक ये जवान कुशल हैं, तब तक देश सुरक्षित है। जय हिंद की आवाज़ से पूरा देश गूँज उठता है। वायुसेना के वीर हमेशा जोश और उत्साह से भरे रहते हैं। जय जवान, जय हिंद, और भारतीय वायुसेना की जय हो। (प्रतीक: 🎉🙏)

--अतुल परब
--दिनांक-08.10.2025-बुधवार.
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