संतोषी माता की पूजा और 'मोक्ष एवं समृद्धि' का आध्यात्मिक मार्ग-🍇🍚🕊️🏡

Started by Atul Kaviraje, October 12, 2025, 04:41:24 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

संतोषी माता की पूजा और 'मोक्ष एवं समृद्धि' का आध्यात्मिक मार्ग-

संतोषी माता को समर्पित हिंदी कविता-

संक्षेप में इमोजी सारांश (Emoji Saaransh):
🍇🍚🕊�🏡

चरण 1
कविता:
जय संतोषी माँ! तेरा नाम महान,
संतोष ही जीवन का, सच्चा है ज्ञान।
मोक्ष और समृद्धि, का मार्ग तू दिखाए,
तेरे ही चरणों में, जीवन फल पाए।
हिंदी अर्थ: जय संतोषी माँ! आपका नाम महान है। संतोष ही जीवन का सच्चा ज्ञान है। आप मोक्ष और समृद्धि का मार्ग दिखाती हैं। आपके ही चरणों में जीवन को फल (सफलता) मिलता है।

चरण 2
कविता:
शुक्रवार का व्रत, जो नियम से करे,
खट्टे का त्याग माँ, मन को पवित्र करे।
इंद्रियों का संयम, तू ही तो सिखाए,
नियमों की डोर, से मुक्ति मिल जाए।
हिंदी अर्थ: जो शुक्रवार का व्रत नियम से करता है, वह खट्टी चीजों का त्याग करके मन को पवित्र करता है। आप ही इंद्रियों का संयम सिखाती हैं। नियमों की डोर से ही मुक्ति मिल सकती है।

चरण 3
कविता:
गणपति की पुत्री, विघ्नों को हरती,
हर बाधा को माँ, तू दूर करती।
ज्ञान का प्रकाश माँ, मन में तू भर दे,
अज्ञान के अंधियारे, को दूर कर दे।
हिंदी अर्थ: आप गणेश जी की पुत्री हैं, विघ्नों को हरने वाली हैं। आप हर बाधा को दूर करती हैं। हे माँ, आप मन में ज्ञान का प्रकाश भर दें, और अज्ञान के अँधेरे को दूर कर दें।

चरण 4
कविता:
धन-धान्य से माँ, घर मेरा भर दे,
पर सेवा और धर्म, का भाव अमर दे।
समृद्धि का अर्थ हो, केवल न सुख,
बाँटने से बढ़ता, हर पल का सुख।
हिंदी अर्थ: हे माँ, आप मेरा घर धन-धान्य से भर दें, लेकिन सेवा और धर्म का भाव अमर कर दें। समृद्धि का अर्थ केवल सुख न हो, बल्कि बाँटने से हर पल का सुख बढ़े।

चरण 5
कविता:
परिवार में माँ, प्रेम का संचार,
हर रिश्ते में माँ, संतोष अपार।
वैवाहिक जीवन हो, मधुर और शांत,
तेरी ही कृपा से, हो हर दुख शांत।
हिंदी अर्थ: हे माँ, परिवार में प्रेम का संचार हो। हर रिश्ते में अपार संतोष हो। वैवाहिक जीवन मधुर और शांत हो। आपकी ही कृपा से हर दुःख शांत हो जाए।

चरण 6
कविता:
महिलाएं तेरी पूजा, जो श्रद्धा से करे,
आत्म-सम्मान का, दीप अंदर जरे।
धैर्य और हिम्मत, का बल तू दिखाए,
सकारात्मकता, जीवन में आए।
हिंदी अर्थ: जो महिलाएं आपकी पूजा श्रद्धा से करती हैं, उनके अंदर आत्म-सम्मान का दीप जलता है। आप धैर्य और हिम्मत का बल दिखाती हैं, जिससे जीवन में सकारात्मकता आती है।

चरण 7
कविता:
करूँ वंदन माँ! तू ही मोक्ष-दाता,
तू ही समृद्धि की, है भाग्य-विधाता।
भक्ति का ये दीप, सदा जलता रहे,
संतोषी माँ के चरणों में, जीवन पलता रहे।
हिंदी अर्थ: हे माँ, मैं आपको वंदन करता हूँ! आप ही मोक्ष देने वाली हैं। आप ही समृद्धि की भाग्य विधाता हैं। भक्ति का यह दीप हमेशा जलता रहे, और हमारा जीवन संतोषी माँ के चरणों में पलता रहे।

--अतुल परब
--दिनांक-10.10.2025-शुक्रवार.
===========================================