📿 कबीर जागो! नाम-रस लो-😴💀⏰💡✨📿💖🙏🌿 अमृत

Started by Atul Kaviraje, November 18, 2025, 10:24:51 PM

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Atul Kaviraje

कबीर दास जी के दोहे-

नींद निशानी मौत की, उठ कबीरा जाग।
और रसायन छांड़ि के, नाम रसायन लाग॥२०॥

📿 कबीर जागो! नाम-रस लो 🪷

(संत कबीर दास जी के दोहे पर आधारित)

दोहे:

नींद मृत्यु का संकेत है, जागो कबीरा।
और रसायन हटाओ, नाम ही रसायन है। ॥20॥

⭐ कविता का सारांश (संक्षिप्त अर्थ):

अज्ञान की नींद मृत्यु का संकेत है, इसलिए हे मानव, जागो! क्षणिक सुख देने वाले सभी 'रसायनों' (अवसादों) को त्याग दो और केवल ईश्वर के नाम रूपी अमृत का सेवन करो।

📜  कविता 📜

1. नींद का स्वभाव

अज्ञान की नींद, यही मृत्यु का संकेत है,
समय व्यर्थ बीतता है, दिनों की रानी व्यर्थ है;
शरीर नश्वर है, कभी तो जान लो,
अपने आप को मोह के बंधन में मत डालो।

2. कबीर का आह्वान

इसलिए हे कबीरा, तुरंत जाग जा,
समय बहुमूल्य है, इसे व्यर्थ न गँवा;
एक क्षण भी नहीं, इस जीवन को धारण कर,
जागते रह, और प्रभु की सेवा कर।

3. अन्य रसायन

छोड़ दे, वे सब विषैले रसायन,
जहाँ क्षणिक सुख और महाबंधन हैं;
धन, बल, पद, ये सब अस्थिर हैं,
इस मोह में क्षण भर भी स्थिर न रह।

4. नाम का अमृत

नाम ही एकमात्र अमृत-रसायण है,
जो भक्त को पूर्णतः पवित्र बना देता है;
हरि-नाम में ही वास्तविक शक्ति छिपी है,
जो सभी दुखों को हर लेती है,

5. मोक्ष का मार्ग

चाहे दौड़ो, चाहे दौड़ो,
नाम के ध्यान से शांति और प्रकाश आएगा;
नाम-जप में ही मोक्ष की छिपी अनुभूति,
इससे जीवन के संताप और घाव मिट जाएँगे।

6. जागने का समय

उठो, जीवन की रात्रि देखने से पहले,
यही एक सत्य है, भक्ति का उत्तम पात्र;
अन्य प्रकार से मुक्ति कभी प्राप्त नहीं होती,
नाम स्मरण में ही वास्तविक शक्ति है।

7. परमात्मा का सार

कबीरा कहते हैं, यही जीवन का सार है,
नाम के बिना सब कुछ निराधार है;
इस नाम-रस को अपने हृदय में धारण करो,
यही परम सत्य है, इसे पहचानो।

🌷 पद का मराठी अर्थ (प्रत्येक पद मराठी अर्थ) 🌷

पद (कड़वा) | मराठी अर्थ

1. निद्रा का स्वरूप - अज्ञान, मोह और संसार से आसक्ति मृत्यु के लक्षण हैं; इससे जीवन का अमूल्य समय नष्ट हो जाता है।

2. कबीर का आह्वान - हे मानव, इस निद्रा से तुरंत जागो! जीवन क्षणभंगुर है; इसे ईश्वर की सेवा में लगाओ।

3. अन्य रसायन - धन, शक्ति, भौतिक सुख देने वाले अस्थायी साधनों का त्याग करें; ये बंधन उत्पन्न करते हैं।

4. नाम-अमृत - भगवान के नाम का अमृत ही सच्चा अमृत है; यह दुखों का नाश करता है और जीवन को पवित्र बनाता है।

5. मोक्ष मार्ग - अनावश्यक भागदौड़ छोड़कर प्रभु के नाम का ध्यान करने से शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

6. जागने का समय - जीवन के अंत से पहले जागें; प्रभु के नाम का ध्यान किए बिना मुक्ति नहीं है।

7. परमात्मा का सार - नाम ही जीवन का परम सत्य है; इसे हृदय में स्थापित करने से जीवन पवित्र हो जाता है।

🖼� भावनात्मक सारांश (इमोजी सारांश) 🖼�

😴💀⏰💡✨📿💖🙏🌿 अमृत

--अतुल परब
--दिनांक-18.11.2025-मंगळवार. 
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