💖 नेशनल एडॉप्शन डे -🎊 👨‍👩‍👧‍👦 🏡 ❤️ ✨ 👶 🙏 ⚖️ 🎁💖

Started by Atul Kaviraje, November 22, 2025, 08:00:29 PM

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Atul Kaviraje

National Adoption Day-Cause-Children, Family, Parents-

राष्ट्रीय दत्तक दिवस -कारण-बच्चे, परिवार, माता-पिता-

💖 नेशनल एडॉप्शन डे - लंबी मराठी कविता 💖 (शनिवार, 22 नवंबर, 2025)

यह एक सुंदर, मतलब वाली और तुकबंदी वाली, चार लाइन की सात लाइन की कविता है जो 'नेशनल एडॉप्शन डे' के ज़रूरी टॉपिक पर आधारित है, यानी अनाथ बच्चों को एक प्यार भरा परिवार देने की वजह।

1. पहली दोहे - दिन का महत्व

आज, 22 नवंबर, 'नेशनल एडॉप्शन डे' है,
नए रिश्तों, प्यार और स्नेह का यह त्योहार।
बच्चों को घर मिलता है, माता-पिता को नई ज़िंदगी मिलती है,
प्यार का बंधन बांधता है, यही परिवार का घर है।

मतलब: आज, 22 नवंबर, 'नेशनल एडॉप्शन डे' है।
यह दिन प्यार और स्नेह के नए रिश्ते बनाने का जश्न है।
इस दिन बच्चों को घर मिलता है और माता-पिता को ज़िंदगी का एक नया मतलब मिलता है।
परिवार का यह घर प्यार के बंधन से पूरा होता है।

2. दूसरी कड़वाहट - बच्चों का इंतज़ार

बच्चे, चाँद की तरह, मासूमियत से देखते हैं,
कब उन्हें कोई हाथ मिलेगा, जो प्यार से उनका ख्याल रखेगा।
उनके दिल अपने माँ-बाप के स्पर्श के लिए तरसते हैं,
एक सुरक्षित भविष्य के लिए, यही उनके सपने हैं।

मतलब: बचपन से ही, उन मासूम बच्चों को इंतज़ार है,
कब उन्हें कोई हाथ मिलेगा जो प्यार से उनका ख्याल रखेगा।
उनके दिल अपने माँ-बाप के स्पर्श के लिए खिंचे चले आते हैं।
एक सुरक्षित और प्यार भरा भविष्य पाने के लिए, यही उनके सपने हैं।

3. तीसरी कड़वाहट - गोद लेने की वजह

खून का रिश्ता न भी हो, तो भी खास होता है,
एक बार दिल जुड़ जाए, तो कैसा लगता है?
अनाथ होने का कलंक, उसे मिटाने वाला जुनून,
बच्चे को गोद लेने का मतलब है एक नई साँस देना।

मतलब: खून का रिश्ता न भी हो, तो भी गोद लिया गया रिश्ता बहुत खास होता है।
एक बार दिल जुड़ जाए, तो कोई और फ़र्क नहीं रहता। ये अनाथ होने का दाग मिटाने की चाहत है।

बच्चे को गोद लेने का मतलब है उसे ज़िंदगी की नई सांस देना।

4. चौथी कड़वाहट - परिवार बनाना

वे एक-दूसरे से मिलते हैं, अब एक नई पहचान,
बच्चों को सहारा मिलता है, माता-पिता को खुशी मिलती है।
टूटी कड़ियाँ जुड़ती हैं, दिल रोशन होते हैं,
प्यार के गमले से फूल, खुशी के पौधे।

मतलब: अब सबको एक-दूसरे की नई पहचान मिलती है।
बच्चों को सहारा मिलता है और माता-पिता को खुशी मिलती है।
टूटी कड़ियाँ जुड़ती हैं और मन को समझ मिलती है।
प्यार के छोटे से गमले से खुशी के पौधे उगते हैं।

5. पाँचवीं कड़वाहट - माता-पिता का संकल्प

प्यार करने वाले माता-पिता ने यह पक्का संकल्प लिया,
चलो अपने बच्चों की ज़िंदगी में खुशी का कोई दूसरा विकल्प लाएँ।
चलो उनका ख्याल रखें, कोई छोटा-मोटा नहीं,
चलो उनके टूटे सपनों को एक सुंदर मूर्ति दें।

मतलब: प्यार करने वाले माता-पिता ने यह पक्का संकल्प लिया है,
अपने बच्चों की ज़िंदगी में खुशी का कोई दूसरा विकल्प लाएँ। हम उन्हें प्यार से संभालेंगे और उनकी रक्षा करेंगे, उन्हें कोई कमी महसूस नहीं होने देंगे।
हम उनके टूटे सपनों को एक सुंदर आकार देंगे।

6. छठी कड़वी बात - कानूनी प्रक्रिया

कानून के नियम, सारी फॉर्मैलिटीज़ पूरी हुईं,
जजों की गवाही के साथ, सपोर्ट पूरा हुआ।
कानून की मुहर, परिवार की नई दुनिया,
सुरक्षा का कवच, यह बोझ पूरा हुआ।

मतलब: कानून के सभी नियमों का पालन करके, ज़रूरी प्रक्रिया पूरी हुई।
जज की मौजूदगी में, इस रिश्ते को सहारा मिला।
कानून की मुहर पर साइन हुए, और परिवार की नई दुनिया शुरू हुई।
बच्चे को सुरक्षा का कवच मिला और पेरेंटहुड का बोझ पूरा हुआ।

7. सातवीं कड़वी बात - शुभ कामना का अंत

हर बच्चे को प्यार का यह घर मिले,
उन्हें हमेशा परिवार की गर्मजोशी का फायदा मिले।
एडॉप्शन डे का महत्व, हर घर तक पहुंचे,
आइए हम प्यार के बंधन से, प्यार के इस लहजे से जुड़ें।

मतलब: दुनिया के हर बच्चे को प्यार का घर मिले।
उन्हें हमेशा अपने परिवार का प्यार और आशीर्वाद मिले।
इस एडॉप्शन डे का महत्व हर घर तक पहुंचे।
प्यार की यह मिठास माया के रिश्ते से एक साथ आए।

🎊 कविता का सारांश (इमोजी) 🎊
👨�👩�👧�👦 🏡 ❤️ ✨ 👶 🙏 ⚖️ 🎁💖

--अतुल परब
--दिनांक-22.11.2025-शनिवार.
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