अमिताभ तेरा ऊँचाई से बहुत ही गहरा रिश्ता है |
कद ऊँचा ,करिअर ऊँचा , अभिनय तो सबसे ऊँचा है |
तुने पाया साथ सुहाना , तुने पाया प्यार दीवाना |
विश्वसुन्दरी बहु का पाना ,श्वेता-अभिषेक का मिला नजराणा|
तुने अभिनय में नाम कमाया , गायक नहीं फिर भी सुहाने गीत गाया |
Ads, शोज में तु छा गया, सबसे ज्यादा दौलत और शोहरत पाया |
एक दिन आई बड़ी मलहुस घडी , कुली के सेट्पर थी मौत खड़ी |
सबकी दुवाये काम कर गयी , मौत जिन्दगी से राम -राम कर गयी |
इंडस्ट्री में जान आ गयी ,सब के चेहरों पर मुस्कान छा गयी |
कुछ दिन का आराम हो गया , आखिर फ़िल्मोमे सरे आम हो गया |
फिर तेरे दिमाग की बत्ती जली , तुने ABCL की रेड कारपेट खोली |
पहले तो अच्छी चल गयी , फिर जैसे चांदनी रात ढल गयी |
जैसे किस्मत पे ताले पड़ गए , ABCL के नाम गड गए |
चारो तरफ से संकट ने घेरा , उलटा पड़ गया नसीब का फेरा |
बुरे दिनों से तु उब गया , ऊपर से कर्जोमे डूब गया |
सब कुछ पानी में बह गया , जिंदगी का जैसे कारवाँ थम गया |
आखिर यश की मोहबते मिल गयी , फिर तेरी गुलशन खिल गयी |
फिल्मे एक के बाद एक हिट हो गयी , जिंदगी की गाड़ी जैसे फिर फिट हो गयी |
KBC ने खोले किस्मत के ताले, सुनहरे पल तेरे फिर वापस मिले |
अब तो सब कुछ खास -खास है ,तबसे ये बन्दा बिंदास है |
तबसे ये बन्दा बिंदास है |
कवी : बाळासाहेब तानवडे