प्रेरणादायी कविता

Started by kumudini, April 23, 2013, 02:38:05 PM

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kumudini

    जीवन  एक  वरदान 

दे  धडक  बेधडक  आयुश्य्च्या  खडकाला 

यत्न  छीनी  ठोकून  कोरी  कोरीव  शिल्पाला 

नसे , खडक  कल्पतरू  हा  कळून  येईल  तुला

परिश्रमाने  जीवन  देऊन  नंदनवन  करी  त्याला 

बसून  येथे  कुणी  बांधतो  मधुर  बंदिशीला 

चित्रकार  कुणी  ह्या   खडकावर  उधळी  रंगाला

मूर्तिकार  कुणी  बसून  घडवी  येथे  शिवलिंगाला 

कवी  मनाचा  कुणी  पाहतो  पुनव   चंद्र्म्याला

मर्म  ह्यातले  जाणून  घेई  जीवन  कळण्याला

अमोल  जीवन - दान  दिले  परमेशाने  तुला

                                      कुमुदिनी काळीकर 

केदार मेहेंदळे


अशोक भांगे (सापनाई कर )

बसून  येथे  कुणी  बांधतो  मधुर  बंदिशीला 

चित्रकार  कुणी  ह्या   खडकावर  उधळी  रंगाला

मूर्तिकार  कुणी  बसून  घडवी  येथे  शिवलिंगाला 

कवी  मनाचा  कुणी  पाहतो  पुनव   चंद्र्म्याला

मर्म  ह्यातले  जाणून  घेई  जीवन  कळण्याला
                 
               chhan..............

मिलिंद कुंभारे

छान कविता आहे!

कुमुदिनी ताई! कविता लिहिताना त्याला शीर्षक द्या!
जसे ह्या कवितेच्या टोपिक ला "जीवन  एक  वरदान" शीर्षक!! :) :) :)