गुढीपाडवा

Started by kumudini, April 30, 2013, 03:17:10 PM

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kumudini

 

चैत्रमास  प्रथम  दिवस   गुढीपाडवा

नववर्षाच्या  चैतन्याचा   वाटतो हवाहवा 

नक्षत्रांनी  अंबर  नटते

नव  कुसुमांनी  धरती  सजते

आम्र  फुलांचा  सुगंध  अवघ्या

चराचरा  यावा

गुढ्या तोरणे  दारावरती 

सज्ज  होऊनी  स्वागत  करिती 

अरुण  रथातून  अलगद भूवर

वसंत  अवतरला

वर्ष  नवे  अन  संकल्प  नवे 

माणुसकीशी  जोडू  नाते

सौख्य  शांतीचा  प्रभूवर

एकच वर द्यावा

                                            कुमुदिनी  काळीकर

rudra


मिलिंद कुंभारे

छान आहे कविता!

वर्ष  नवे  अन  संकल्प  नवे

माणुसकीशी  जोडू  नाते