माणसे

Started by Mrs. Sanjivani S. Bhatkar, August 12, 2013, 03:52:51 PM

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Mrs. Sanjivani S. Bhatkar

माणसे



आयुष्याच्या  वाटेवरून  जाताना

अनेक  माणसे  भेटतात

प्रत्येकाचे  स्वभाव  वेगळे

प्रत्येकाचे  विचार  वेगळे

प्रत्येकाना  समजून  घेयून 

जगणं  शिकायचे  असते

रोज  भेटणाऱ्या माणसांची 

मग  सवय  होयून  जाते

कधी तर  मनातही  घर  करून  जातात   

त्या  साठी  जगण्याची  ओढ  वाढू  लागते

काही  माणस  कारण  नसताना  रुसतात 

विनाकारण  हसणारी  तितकीस  भेटतात

नको  तिथे  उगाचस नाक  खुपसतात 

काही  मुद्दाम  अलिप्त  राहतात 

काही  माणस  माणस   असूनही   माणसात  नसतात 

तर  काही  माणस  देवासारखी  असतात 

पातालाचा शोध  घेणारी  थोडेस  असतात 

तर  काही  आकाशाला  गवसणी  घालणारी  असतात



सौ . संजीवनी  संजय  भाटकर