ॐकाराचा हुंकार |

Started by विक्रांत, September 17, 2013, 11:26:43 PM

Previous topic - Next topic

विक्रांत

ॐकाराचा हुंकार |
प्रगटला साचार |
होवुनी देहाकार ||देव गजाजन ||
भावातीत ईश्वर |
त्या फुटे पाझर |
प्रेमलोट अपार ||द्वैत सुखाचा ||
अरुपाचा अनघट |
पडदा सारत |
झाले घनीभूत ||कैवल्य रूप ||
आनंदाचा कल्लोळ |
सूर शब्द ताल |
अनाहताचा बोल ||झाला प्रगट||
रूप साजिरे घेवूनी |
आले गुणातीत गुणी |
रक्तवर्णात सजुनी ||पर्ण पिंपळावरी ||

विक्रांत प्रभाकर 

sweetsunita66

छान कविता !! जय गजानना  :)