वाचक माय बाप हो

Started by कवि । डी....., February 28, 2014, 03:05:44 PM

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कवि । डी.....

वाचक    माय  बाप  हो
नम्र  विनंती  तुम्हा हो
कविता  वाचा  आवडीने
पण  रिप्लाय द्या  सवडीने

रिप्लाय  म्हणजे  काय
ते  तर  कवीचे  पाय
तुमचा  आवडता  कवि
रचेल कविता  रोज  नवी

कसा ही  द्या  रिप्लाय
कविता  सांगा  आवडली  नाय
आवडली  तर आनंदच  हाय
सुधारेल  कवि  तो  रिप्लाय

रिप्लाय   दिला  छान
कविची  उंचावेल  मान
वाचक  माय  बाप  हो
रिप्लाय  जरूर  द्या ....
रिप्लाय  जरूर  द्या हो. ........


            । कवि-डी ।
            स्वलिखीत
           दि 28. 02.2014
            वेळ : दुपारी 03 : 10


कवि । डी.....


Priya Kshirdagar

Reply devu vatatay o pn...
Yach process motha ahe!

Pratyek kavita aavdti o mala,chan astat.
Pratyek kavi chi vegli ruchi,mast mast avdti...

Dhanyavaad o...

Priya Kshirsagar

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Yach process motha ahe!

Pratyek kavita aavdti o mala,chan astat.
Pratyek kavi chi vegli ruchi,mast mast avdti...

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