*** शृगारं ***

Started by Lyrics Swapnil Chatge, June 27, 2014, 11:02:27 PM

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Lyrics Swapnil Chatge

*** शृगारं ***

सये जवळ येता मी तुझ्या,
तु जराशी शहारुन गेलीस..
बघता बघता मिठीत माझ्या,
तु जरा धुदं हरवत चाललीस...

तुझ्या प्रितीचा गंध ओला,
मनात माझ्या रुजवत गेलीस...
तुझ्या शृगारं वेड्या स्पर्शाने,
मला तुझ्यात हरवत चाललीस...
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©स्वप्नील चटगे
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