* सिपाही *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, September 21, 2014, 10:37:42 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

कोई खुदको यहाँ बादशाह तो
कोई सिकंदर समझता है
लेकिन हम खुदको सिर्फ
एक सिपाही समझते हैं
क्योंकि हमारे बिना ना बादशाह
जित सकता है और नाही सिकंदर जित सकता है...!
कवी-गणेश साळुंखे...!
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Mumbai