* आखिरी ख्वाहिश *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, November 19, 2014, 10:58:29 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

गौर करना बेदर्द दुनियावालों
एक ही आखिरी ख्वाहिश होगी मेरी
जब भी हो कभी मौत मेरी
कब्र पर लिखी जाए शायरी मेरी...!
कवी-गणेश साळुंखे...!
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Mumbai