दो शायरियाँ

Started by nitinkumar, February 20, 2015, 03:28:38 PM

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nitinkumar

दो शायरियाँ

(1)
तेरी ज़ुकी नाज़रोने
दीवाना बना दिया
वो दर्द भी तूने निग़ाहों से
अदा कर दिया

            तेरी नज़रबंद लब्जोंने
            जिना सीखा दिया
            मेरी सूखे आसूवोंको
            हँसना सीखा दिया


- नितीनकुमार

(2)

दिलोजान से गहरा
है रिश्ता हमारा
तू समां और में
दीवाना तुम्हारा

           दिल की तमन्ना है
           के तुम पास आओ
           तुम्हारी यादों में है
           सदियाँ गुज़ारा


- नितीनकुमार