* हम *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, March 25, 2015, 03:55:10 PM

Previous topic - Next topic

कवी-गणेश साळुंखे

जब हम बरसते है
तो लोग गरजना भुल जाते है
जंगलमे दहाडने वाले शेर भी
हमारे आतेही छुप जाते है.
कवी-गणेश साळुंखे.
Mob-7715070938