नही लगा पाते !!!

Started by haresh1979, June 01, 2015, 11:41:31 AM

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haresh1979

आकाश  (गर्दिश ) मैं  तारे  बहोत  होते है ,

जोह  फिर भी गीन नही पाते ,

पेड कि तेहनई  (शाखा ) योह  पर , पाते  और फुल खूब  खिलते  है ,

पर  वह पत्ते  और फुल चून नाही पाते ,

आकाश में  बादल छा  जाते है , धर्ती पर   बूंदे  बनकर बरस जाते है ,

पर  उन  बुन्द्हो  का  हिसाब  , नही  लगा  पाते ,

आपका  हमारा साथ था और  रहेंगा ,

वोह दिन  हम भी कभी गिन नही पायें ,..

-Original (माझी कविता -हरेश )