* जरुरत *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, July 23, 2015, 12:18:49 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

माना तुझे मुझसे नफरत है
लेकिन मुझे तुझसे मौहब्बत है
क्योंकी तुही मेरी इबादत
चाहत और जरुरत है.
कवी-गणेश साळुंखे.
Mob-7715070938