* झुठा प्यार *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, September 02, 2015, 06:07:49 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

वादोंपे ना कर एतबार
सुनले तु दिल-ए-नादान
झुठे होते है वादे और
झुठा होता है प्यार. :(
कवी-गणेश साळुंखे.
Mob-7715070938