* हम हो ना हो *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, September 07, 2015, 11:48:16 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

अभी हम मना रहे हैं
तो आप रुठ रहे हो
मान जाइये क्या पता
कल हम हो ना हो.
कवी - गणेश साळुंखे.
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