* हमें *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, September 18, 2015, 12:50:53 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

ना बादशाह ना नवाब है हम कहीके
फिर भी उनसे बढकर है अपने तरीके
कोइ ऐसी हसीना बनी ही नही
जो हमें एकबार देखकर पलट के ना देखें.
कवी - गणेश साळुंखे.
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