* मेरा जादु *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, September 29, 2015, 11:09:57 AM

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कवी-गणेश साळुंखे

इसतरह ना देखाकर हमें पगली
मेरा जादु तुझपरभी चल जाएगा
आज देख रही है तु तीखी नजरोसे
कलको तुझे हमसे ही प्यार हो जाएगा.
कवी - गणेश साळुंखे.
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