उजळून आले क्षण

Started by yallappa.kokane, October 28, 2015, 11:51:17 PM

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yallappa.kokane

आले एकामागून एक।
जीवनात सुख धावून।।
उजळून आले क्षण।
गेलो सुखात न्हाऊन ||धृ||

उल्हास दाटला चोहीकडे।
उजळल्या दाही दिशा।।
जगतो सुखात आता।
जडली वेगळीच नशा।।

नाही चिंता कोणाची।
घेतो मजेत जगून।।

उजळून आले क्षण।
गेलो सुखात न्हाऊन||1||

झुळझुळ नदिचे पाणी।।
गाती मधूर गाणी।
वाहतो मंद गारवा।।
सुमधूर सुर येई कानी।

धुंद करणारा निसर्ग।
क्षणात जातो भुलवून।।

उजळून आले क्षण।
गेलो सुखात न्हाऊन||2||

राहू दे असेच क्षण।
मागणे हेच आहे।।
जाऊ दे सुखात जीवन।
स्मरणे हेच आहे।।

आनंदी जगत असताना।
दु:ख जातो विसरून।।

उजळून आले क्षण।
गेलो सुखात न्हाऊन |||3||


यल्लप्पा सटवाजी कोकणे
28 ऑक्टोबर 2015

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यल्लप्पा सटवाजी कोकणे
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बदलापूर