* शिद्दत से *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, November 02, 2015, 08:33:51 AM

Previous topic - Next topic

कवी-गणेश साळुंखे

हमसे नफरत भी सोच कर करना
क्योंकी हम जो भी करते हैं
चाहे वो मोहब्बत हो या नफरत
बडी शिद्दत से करते हैं.
कवी - गणेश साळुंखे.
Mob - 7715070938