* हमें देखकर *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, November 08, 2015, 06:59:06 AM

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कवी-गणेश साळुंखे

माना तु कातिल ही सही
और हम तेरे शिकार
लेकिन हमसे संभलकर रहना
क्योंकि हमें देखकर अक्सर
लोग दिल जाते हैं हार.
कवी - गणेश साळुंखे.
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