* बिगड़ा हुआ नवाब *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, November 20, 2015, 10:02:59 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

हम तो आज भी वैसे ही है
जैसे के कल थे, फिर भी
लोग हमें आजकल नजाने क्युं
बिगड़ा हुआ नवाब कहते हैं.
कवी - गणेश साळुंखे.
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