* खुदगर्ज *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, December 05, 2015, 01:17:01 PM

Previous topic - Next topic

कवी-गणेश साळुंखे

वादे वफा के करके
वो बेवफा हो गए
और हम खुदगर्ज उन्हें
भुला भी ना पाए.
कवी - गणेश साळुंखे.
Mob - 7715070938