प्रारब्ध भोगणे,,

Started by विक्रांत, February 02, 2016, 07:09:21 PM

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विक्रांत



देहाचे बंधन | कळले देहाला |
व्याधीत जळला | तपोमार्ग ||१
फुटलेले भांडे | कुठे डकवले |
आणिक ठेवले | संसाराला ||२
ऐसा हा प्रकार | करुनी स्वीकार
प्रभू मार्गावर | चाललो मी ||३
अशक्य तयाला | नसे इथे काही |
कशाला पुण्याई | वेचू पण ||४
प्रारब्ध भोगणे | दाविले गुरूंनी |
देहात जगुनी | शांतपणे ||५
तोच तो वारसा | जगतो घेवून |
नामात राहून | यथाशक्ती ||६
देई देवराया | भोगायचे बळ |
करुनी निर्मळ | मोक्ष मार्ग ||७
विक्रांत देहात | विकल विरक्त |
धूप चंदनात | हरवला ||८

विक्रांत प्रभाकर तिकोणे
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