ये बादल ये मौसम

Started by janki.das, February 17, 2016, 11:24:02 AM

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janki.das


ये बादल ये मौसम
ये गर्मी ये प्राकाःश्
ये ठ्न्द से काप्ते एहसास
यूँ यादो की फुहार
यूँ रातों की गुहार
मन करता है की
उन यादों को क़ैद कर लू
और जगा दू वो सोए हुए एहसास
लेकिन सोचता हू कुछ और
रख लू इस दिल पर काबू
और ना कहूँ कुछ और
कब तक यू रखूँगा इस
ज़ुबान पर काबू
और कब तक छुप कर
बैठू इस किनारे?
क्या सच यही है
की इस दिल की बात
ना बता साकु किसी को ?