* इम्तिहान *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, March 04, 2016, 03:25:40 AM

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कवी-गणेश साळुंखे

हर एक इम्तिहान दिया हमने
कभी चल पडे अंगारोपर
तो कभी सो गए काँटोंपर
फिरभी सनमको एतबार नहीं हमपर.
कवी - गणेश साळुंखे.
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