* दीदार *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, May 26, 2016, 10:15:14 PM

Previous topic - Next topic

कवी-गणेश साळुंखे

ना जरूरत होती है दवाकी
ना जरूरत होती है दुवाकी
मोहब्बत के मारोंको तो बस
जरूरत होती है दीदार - ए - यार की.
कवी - गणेश साळुंखे.
Mob - 7715070938

NARAYAN MAHALE KHAROLA