* दीदार *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, May 26, 2016, 10:17:44 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

ना जरूरत होती है दवाकी
ना जरूरत होती है दुवाकी
मोहब्बत के मारोंको तो बस
जरूरत होती है दीदार - ए - यार की.
कवी - गणेश साळुंखे.
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