मेरी कलम से निकली हर ग़ज़ल तू है

Started by himanshu8983, July 27, 2016, 05:42:58 PM

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himanshu8983

मेरी कलम से निकली हर ग़ज़ल तू है
ठण्ड वाली सुबह की पहर तू है
तू शायरी है मासूम दिल की
खुद से की हुई बात वो शाम वाली पहर की......
वो यादों की किताब
जो कई घंटे बैठकर लिखी है
तेरे सामने वो शहद की मिठास भी फीकी है.....
तू अनसुनी कहानी है
तू वो  याद पुरानी है
तू व डायरी का वो मुड़ा हुआ पन्ना है जो लिखकर कभी खुला ही नहीं.....
तू ख्याल है मन का
तू सवाल उस मासूम दिल का
तू इबादत है मेरी
तू मोह्हबत है मेरी......

Himanshu kadu