अब तो झूठ ही चलता है

Started by sanket korde, August 02, 2016, 01:19:03 AM

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sanket korde

जो होते है
सच मे सच्चे
वो नहीं दिखते
किसीको अच्छे
सभी तरफ झूठ का
ही देखावा होता है
सच सुनने मे तो
कडवा होता है

झूठ बड़ रहा
है चारो ओर
हर कोई सुन
रहा है उसका शोर
सच होता
चला है कमजोर
क्या खत्म हो जाएंगा
सच्चाई का दौर

आजकल झूठ
खाना देता है
और सच
रोना देता है
रोज झुठे तारीफ
का बहाना होता है
उसे वो महान कहते
वो तो कमीना होता है

ऐसे ही कोई
नोट के लिए
कोई पेट के लिए
झूठ बोलता है
अपने ही आखो से
देखा हुआ सच
वो मारता है
हत्यारा बाहर और
निर्दोष जेल के
अंदर मरता है
सच के पैर हो
गए लंगडे अब तो
झूठ ही चलता है

संकेत