बलिदान

Started by ajeetsrivastav, August 09, 2016, 05:57:09 PM

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ajeetsrivastav

चलो हम आज मरते है
हमें भी याद रख लेना
हमारे बाद ये धरती
सदा आबाद रख लेना
बहुत महफूज रक्खा है
वतन के पाख दामन को
सदा ही साफ़ दामन को
हमारे बाद रख लेना
चलो हम आज मरते है
हमें भी याद रख लेना     ||
पड़ी जब भी जरुरत तो
लहू के खुद से सीचा है
हुए घायल मगर फिर भी
कदम पीछे न खींचा है
कभी कुर्बान होने से
यूं हमको खौफ ना आया
हमारी इस सहादत से
वतन का शीष उचा है
हमारी ये सहादत यूं
कभी बेकार ना जाये
हमारे बाद भी ये सरजमी
आजाद रख लेना
चलो हम आज मरते है
हमें भी याद रख लेना     ||
जवानी है अगर आई
तो यूं बरबाद मत करना
लहू गर ये बहे तो खुद को यूं
नाशाद ( उत्साह-हीन)  मत करना
अरे ये सरफ़रोशी है
जो बुजदिल कर नहीं सकते
अगर मौका मिले तो रहम की
फरियाद मत करना
कभी जब भी जरुरत तुमको
फिर यूँ हौंसले की हो
जमी को चूम लेना तुम
तिरंगा साथ रख लेना
चलो हम आज मरते है     
हमें भी याद रख लेना      ||
वतन का प्यार दिल में है
जुदा जो हो नहीं सकता
बहुत है कर्ज मिट्टी का
अदा जो हो हो नहीं सकता
सुनो भारत के जंगी हो
लहू में आग रख लो तुम
अरे तुम हो नहीं कायर
फ़िदा जो हो नहीं सकता
तुम्हारे मरने पर ये
हिन्द की आवाम रो देगी
सुनो मरते हुए तुम हिन्द
जिंदाबाद रख लेना
चलो हम आज मरते है
हमें फिर याद रख लेना   ||
                         अजीत ✍🏻