दिल की बात

Started by k.suhas, September 19, 2016, 01:07:11 PM

Previous topic - Next topic

k.suhas

मेरी माँ का भरोसा है मुझको
और किसकी जरुरत नाही है
उसकी दुऑ से जो मुझको रोखे
ऐसी किसकी हिंम्मत नाही है

कोई बेटीया है कोई बिबिया है
कोई माये है कोई दादीया है
इनिसे साजरा है संसार अपना
और किसकी  जरुरत नाही है

ये  तुलसी है हर आंगण की,
ये है खुशिया इस जीवन की
बेटी बनकर इस जहाँ मे आना
ऐसी सबकी किस्मत नाही है

चल रहे है वो साथ सबके
ना तो कम है ना किसीके पीछे
आज इनपे उठाये जो उंगली
ये किसीको इजाजत नाही है
प्रा.सुहास काकडे
9272321306
suhas.kakde@gmail.com