* तुझेही लिखा *

Started by कवी-गणेश साळुंखे, November 21, 2016, 09:18:41 PM

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कवी-गणेश साळुंखे

कभी गम लिखा तो
कभी दर्द लिखा
कभी प्यार लिखा तो
कभी इंतजार लिखा
लिखा मैंने जबभी
बारबार तुझेही लिखा.
कवी-गणेश साळुंखे.
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