थर्टी फर्स्ट की रात...!!!

Started by Ravi Padekar, December 30, 2016, 05:47:47 PM

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Ravi Padekar

थर्टी फर्स्ट की रात...!!!

सबने मुझको पुच्छा
आज तेरा कया प्लॅन है?
फटी पडी है जेब मेरी
ना 'ओडका' ना दो बुंद 'वाइन' है

आयी थर्टी फर्स्ट की रात
दोस्त ने कह दी बडी बात
छोड दे सारे राहे
पहले चल तू मेरे साथ

लेके निकल पडे थे कार
आ गये पहुचे चाँदनी बार
रम, ओडका पिकर,
डुबे गहराईयो मे पार...

ओए डीजे वाले हीरो
म्यूजिक चेंज करके बजा
आधे आधे गाणे को
कभी पुरा तू बजा

बिल भरणे आये काऊंटर
दोस्त ने किया स्वाइप,
पचास हजार का बडा बिल
होकर आया टाइप...

मन मे आया, पी रखी है हमने
नशा सारी चडी है इसको,
पचास हजार का बिल बेटा
गलतीसे तू दे रहा है किसको

हसकर ओ भी बोला
बेटा दोस्त तेरा दिलदार है,
साले की पहले की भी उधार है,
शुभकामनाए तुमको सारी
कल 'हॅप्पी न्यू ईयर' है....


कवि- रवि पाडेकर.(मुंबई)
मो.-8454843034