बेनाम रिश्ता हैं उसे खत्म कर दिया जाए।

Started by Shraddha R. Chandangir, April 21, 2017, 09:00:49 AM

Previous topic - Next topic

Shraddha R. Chandangir

क्यूँ न एक दूजे पर, ये रहम कर दिया जाए
जो बेनाम रिश्ता हैं, उसे खत्म कर दिया जाए।

हसरत कहती हैं, मोहब्बत सुकून का नाम हैं
जो हैं ये तकलीफ, तो इसे कम कर दिया जाए।
.
बयां होती हैं मोहब्बत, ख़ामोशी से? ये झूठ हैं
चलो कि इस भ्रम को भी दफ़न कर दिया जाए।

आज लम्हे बन गए, तो फिर यादें रह जाएंगी
कल भर सकें, ऐसा कोई जख़्म कर दिया जाए।

मुंतज़िर हैं मुद्दत से, इक हसरत में जो आँखें
अपने हि अश्क़ो से, उन्हें नम कर दिया जाए।

आग़ाज़ कर देता हैं ख़यालों मैं, दिल-ए-नादान
चलो कि ये किस्सा भी, खत्म कर दिया जाए।
~ श्रद्धा
[url="http://anamika83.blogspot.in/?m=1"]http://anamika83.blogspot.in/?m=1[/url]
.
[url="https://m.youtube.com/channel/UCdLKGqZoeBNBDUEuTBFPRkw"]https://m.youtube.com/channel/UCdLKGqZoeBNBDUEuTBFPRkw[/url]