राधाकृष्ण

Started by sanjweli, July 16, 2017, 08:22:20 PM

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sanjweli

दि.६/७/२०१७

        राधाकृष्ण

मै तो कृष्णप्रीत की प्यासी राधा
बिरहनमें मैं तेरी कान्हा

सावन बीता रिमझिम कहीं ना
तोरे बीना लगे सारा गोकुल सुना

मैं पनघटपर संग सारी सखीयाँ
रे मनबसीया तोरी याँद सतायें

मुरलीमनोहर श्याम मेरा
तेरे बीना है मेरा नाम अधुरा

राधेगोविंद बोले, राधाकृष्ण बोले
मोहे अब जग सारा ,अब जग सारा

कृष्ण-कृष्ण कहे
अब रोम -रोम मेरा

मैं तोरी बांसुरी नंदलाला
चल धुन बजा आ खेले रासलीला

©महेंद्र विठ्ठलराव गांगर्डे पाटील
९४२२९०९१४३