हळूहळू

Started by Kumar Sanjay, December 03, 2017, 08:10:14 PM

Previous topic - Next topic

Kumar Sanjay

हळूहळू जशी चालेल
अंधारी रात सारखी
प्राजक्त गंधात नटेल
तुझी निळी पालखी
# कुमार संजय