हमेंशा देर कर देता हूँ मैं,

Started by haresh1979, March 16, 2018, 11:34:55 AM

Previous topic - Next topic

haresh1979


हमेंशा देर कर देता हूँ मैं,[/size]
जब भी उसें आवाज देनीं हो,
जब भी उसें बुलावा भेज देना हो,
हमेंशा देर कर देता हूँ मैं,

जब भी नजर उससें मिलानी हों,
प्यार से उससें बुलाना हों,
निकलें हुअें उसके आंसुऔ को
अपने प्यार से पोंछना हो,
हमेंशा देर कर देता हूँ मैं,

प्यार भरी बातें करनी हों,
बिती हुई बातों को भुला देना हो,
प्यार सें उसें गलें लगाना हो,
हमेंशा देर कर देता हूँ मैं,

अंत समय उसको देखनें की खाईश हो,
सजाई हुई फुलों की चादर उसें चढानीं हो,
निकली हुई रूह को, आखरी बार देंखना हो,
हमेंशा देर कर देता हूँ मैं,
हमेंशा देर कर देता हूँ मैं,
___हरेश ( शेखर ) विजय झरकर, डोंबिवली