बड़ी मुश्किलों से बखत है गुजारा ◆◆◆◆◆

Started by SHASHIKANT SHANDILE, June 20, 2018, 01:31:44 PM

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SHASHIKANT SHANDILE

निगाहें तुम्हारी करे है इशारा
हमें लग रहा है मगर नागवारा

बड़े घाव हमनें भरे है अभी तक
नहीं चाहिये अब किसीका सहारा

भले लग रहा हो हसीं चाँद तुमको
मगर प्यार का वो नहीं है किनारा

करों तुम शिकायत खुदा से हमारी
मगर है बुरा हाल अब तक हमारा

न चाहूं मुहब्बत रहे जिंदगी में
बड़ी मुश्किलों से बखत है गुजारा

शशिकांत शांडिले, नागपुर
भ्र.९९७५९९५४५०
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